
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और उज्जैन जिले के मीडिया प्रभारी श्री संतोष सिंह गौतम ने आज एक बयान जारी कर बताया मध्यप्रदेश सरकार का लैंड पूलिंग और भूमि अधिग्रहण कानून किसानों की जमीन छीनने का षड्यंत्र मात्र है।

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी, भोपाल, प्रेस विज्ञप्ति
दिनांक: 28 मार्च 2025, स्थान: उज्जैन, मध्यप्रदेश
कांग्रेस प्रवक्ता संतोष गौतम ने कहा कि उज्जैन में स्पिरिचुअल सिटी के नाम पर प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण को लेकर एक बेहद दिलचस्प और गंभीर तथ्य सामने आया है। अखाड़ा परिषद ने पहल करते हुए अधिकारियों और किसानों की एक संयुक्त बैठक बुलाई थी। इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने भूमि अधिग्रहण के तमाम फायदे गिनाने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद लगभग 200 किसानों ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि ‘हम अपनी जमीन नहीं देंगे।’ किसानों का स्पष्ट मत था कि सिंहस्थ मेला अपने परंपरागत स्वरूप में ही आयोजित होना चाहिए।”
श्री गौतम ने आगे कहा, “बैठक में शामिल संतों ने भी यह साफ कर दिया कि जब सभी 13 अखाड़ों के पास अपनी निजी जमीन मौजूद है, तो सिंहस्थ मेला-2028 के लिए शासन द्वारा दी जाने वाली अस्थायी जमीन ही उनके लिए पर्याप्त होगी। सभी संत-महंत एक स्वर में कह रहे हैं कि उन्हें कोई नई स्थायी जमीन नहीं चाहिए।
उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, जब न संतों को नई जमीन चाहिए और न ही किसान अपनी जमीन देना चाहते हैं, तो फिर सरकार को ऐसी क्या हड़बड़ी और लालच है कि वह साधु-संतों के नाम पर किसानों की जमीन छीनना चाहती है? यह साफ प्रतीत होता है कि मध्यप्रदेश में कोई बड़ा ‘मगरमच्छ’ छोटी मछलियों के साथ मिलकर, उनके नाम पर जमीनों को हड़पने की साजिश रच रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने जोर देकर कहा, कांग्रेस पार्टी अन्नदाताओं के खिलाफ रची गई इस साजिश को किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने देगी। हम किसानों और संतों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके खिलाफ हर स्तर पर संघर्ष करेंगे।
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