
ईद मिलादुन्नबी का जश्न: रोशनी और भाईचारे से गूंजा गोंदिया शहर! हुजूर मोहम्मद साहब का 1500 वां जन्मदिन मनाया गया।

जिला प्रतिनिधि गोंदिया,
गोंदिया:- पूरी दुनिया में मुस्लिम समाज ने जश्ने ईद मिलादुन्नबी का उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया। यह दिन हर वर्ष मुस्लिम समाज के लिए अत्यंत खास माना जाता है क्योंकि इसी दिन प्यारे पैगंबर हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्म हुआ था। इस बार का अवसर और भी ऐतिहासिक रहा, क्योंकि इस वर्ष हुजूर मोहम्मद साहब का 1500वां जन्मदिन मनाया गया।
शहर की गलियों से लेकर मोहल्लों तक घर-घर को रंग-बिरंगी लाइटिंग, झंडों और सजावट से दुल्हन की तरह सजाया गया। पूरे नगर को जगमग रोशनी से नहला दिया गया।
जुलूस में उत्साह और भाईचारा
ईद मिलादुन्नबी के मौके पर विशाल जुलूस निकाला गया, जिसमें छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग और महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुईं। लोग नारे-तकबीर और सलाम पेश करते हुए, मोहम्मदी पैगाम को आगे बढ़ाते रहे।
सभी धर्मों का सहयोग
इस जुलूस की खासियत यह रही कि केवल मुस्लिम समाज ही नहीं, बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी इसमें शामिल होकर भाईचारे का परिचय देते नज़र आए। जगह-जगह पर समाजसेवियों द्वारा शरबत, अल्फा-पोहा और विभिन्न प्रकार के जलपान की व्यवस्थाएँ की गईं। लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी साझा करते हुए अमन और शांति का संदेश देते दिखे।
सफाई का विशेष ध्यान
आयोजन समिति ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित किया कि जुलूस के दौरान शहरवासियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। समिति के सदस्यों द्वारा रास्तों की सफाई की गई और कचरा उठाकर नगर निगम की गाड़ियों में डाला गया। “हमारा शहर, हमारी जिम्मेदारी” का संदेश देते हुए मुस्लिम समाज ने साफ-सफाई और अनुशासन का आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया।
शांति और मोहब्बत का पैगाम
इस भव्य आयोजन ने पूरे शहर और दुनिया को यह संदेश दिया कि ईद मिलादुन्नबी केवल जश्न का दिन नहीं है, बल्कि यह मोहब्बत, भाईचारे और अमन-शांति का प्रतीक है।
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