
जिला परिषद पूर्व माध्यमिक शाला सावरीटोला की व्यवस्थापन समिति का गठन, दूसरी बार बने लोकचंद मस्करे अध्यक्ष

गोंदिया प्रतिनिधि:-
शिक्षा विभाग में सुधार की कोशिशें हमेशा से की जा रही है क्योंकि आज का विद्यार्थी कल के देश का भविष्य है।
पाठशालाओं के व्यवस्थापन व सभी शिक्षकों के सहयोग के लिए एक समिति का सभी जिला परिषद स्कूलों में गठित किया जाता है जिसे शाला सुधार समिति भी कहा जाता है।
शानदार एज्युकेशन के बारे में सोचें तो बच्चों का शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास होना जरूरी है, किंतु यह तब ही संभव होगा जब पालक,शिक्षक व शाला सुधार समिति के विचारों में समन्वय व एकता होगी।
आज सरकार की उदारता नही उदाशीनता के चलते सरकारी स्कूलों पर ध्यान नही जा रहा है, आज प्राइवेट स्कूलों का प्रचलन, चमक धमक को देख कर स्वाभाविक है कि माता पिता का उस स्कूल के प्रति आकर्षण अधिक रहेगा।
क्यों न सभी गांव के मिलकर सरकारी स्कूल को आगे बढ़ते हुए अपने बच्चों को गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ने का संकल्प लें।
यह बात भी सही है स्कूल में कक्षा 5 तक और शिक्षक केवल 2 ऐसे में उन शिक्षकों को दोष देना उचित नही होगा।
पालकों को जागना होगा तब ही बालकों के विकास संभव होगा।
स्कूल समिति का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ जिसमें प्रमुखता से सावरी ग्राम पंचायत की सरपंच महोदया माधुरी पटले उपस्थितरहें है और स्कूल के सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं का भी सराहनीय योगदान रहा है,
नए समिति गठन के नये सदस्यों के क्रमशः नाम:-
लोकचंद बालचंद मसकारे (अध्यक्ष ), मीनाबाई गिरधारी नाईक (उपाध्क्ष), भूमिता वेदप्रकाश मेश्राम, नैनाबाई देवेंद्र नगपुरे, घनश्याम टेकचंद मेंडके, चन्नूलाल नागुजी नेवारे, सरसवताबाई विजय सेंड, दिलेश्वरी महेश वाघमारे, किशोर हुकुमचंद मेश्राम एवंम मुख्याध्यापक व सहायक, प्रतिभा नरेंद्र गणवीर, नागोराव भागवत कटरे, जयश्री नीलकंठ सिरसठे, दिलीप कुमार छोटेलाल हरिंखेड़े, रवि हीराजी साठवाने, विनोद नारायण लिचड़े, हुमेरा कादिर अगवार
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